मेघदूत एग्रो, भारत: अप्रैल की तपती शुरुआत के बीच अब एक नया मोड़ ले लिया है, जहां उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर तक मौसम का मिजाज तेज़ी से बदल रहा है।
चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में जहां समय से पहले गर्मी ने कहर बरपाया, वहीं अब पश्चिमी विक्षोभ के असर से मिली थोड़ी राहत ने किसानों और आम लोगों को कुछ सुकून जरूर दिया है।
हालांकि, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 15 अप्रैल के आसपास फिर से हीटवेव की वापसी हो सकती है। राजधानी दिल्ली-NCR में तेज़ हवाओं और हल्की बारिश ने गुरुवार शाम को मौसम सुहाना बना दिया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक 25.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
हालांकि, वायु गुणवत्ता अब भी चिंताजनक बनी हुई है, AQI 243 के साथ ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज है। उधर, यूपी और बिहार में बदले मौसम ने जहां राहत दी, वहीं कई जिलों में आंधी, वज्रपात और बारिश ने तबाही मचाई।
बिहार के नालंदा, दरभंगा, सीवान जैसे जिलों में 25 लोगों की मौत हुई है, जिस पर सीएम नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। मौसम विभाग ने बिहार के कई हिस्सों में बिजली गिरने और ओलावृष्टि की आशंका जताई है।
राजस्थान में भी पश्चिमी विक्षोभ ने दस्तक दी है, जहां बीकानेर, अजमेर, जयपुर और जोधपुर में तेज़ हवाएं और बारिश 11-12 अप्रैल तक संभावित हैं, इसके बाद फिर से गर्मी तेज़ होने के आसार हैं। वहीं, पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय, अरुणाचल और त्रिपुरा में प्री-मानसून बारिश की शुरुआत हो चुकी है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम वैज्ञानिकों ने साफ किया है कि यह बदलाव भले ही सामान्य हों, लेकिन इनके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, खासकर कृषि और ग्रामीण इलाकों में। इसलिए किसानों, यात्रियों और आम नागरिकों को अगले कुछ दिनों तक मौसम विभाग के अपडेट्स पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।
मौसम के ये अचानक बदलाव न केवल आम जनजीवन को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि फसलों और इनफ्रास्ट्रक्चर को भी जोखिम में डाल रहे हैं। ‘Aaj Ka Mausam 11 April 2025’ के तहत यह स्पष्ट है कि मौसम के मिजाज में उतार-चढ़ाव अभी कुछ दिन और जारी रहेगा।