मेघदूत एग्रो, हरियाणा: प्रदेश में शिक्षा को सामाजिक न्याय का मूलमंत्र मानते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए घोषणा की है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 से SC और OBC वर्ग के छात्रों को देश के किसी भी सरकारी मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में पूरी छात्रवृत्ति दी जाएगी, यानी अब आर्थिक तंगी किसी भी होनहार विद्यार्थी के सपनों की राह में रोड़ा नहीं बनेगी।
यह ऐलान रविवार को गुरुग्राम में महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय सैनी सेवा समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में किया गया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इसके लिए एक डिजिटल पोर्टल विकसित किया जाएगा, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंचे।
इस मौके पर उन्होंने महात्मा फुले को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने बालिकाओं की शिक्षा, विधवा विवाह और दलित उत्थान के लिए उस दौर में संघर्ष किया जब समाज रूढ़ियों में जकड़ा हुआ था। सैनी ने जलियांवाला बाग के शहीदों को भी याद करते हुए सामाजिक बदलाव की महत्ता को रेखांकित किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि हरियाणा सरकार ने पिछड़े वर्गों के लिए क्रीमी लेयर की आय सीमा 6 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रुपये कर दी है और बी श्रेणी के पिछड़े वर्गों को स्थानीय निकायों में आरक्षण भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि जो परिवार 3 लाख रुपये से कम सालाना कमाते हैं, उनके बच्चों को देश में पढ़ाई के लिए 15 लाख और विदेश में पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपये तक का लोन मात्र 4% ब्याज दर पर मिलेगा।
नायब सैनी ने गरीबों के कल्याण को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए बताया कि ‘हर-घर गृहिणी योजना’ के तहत 17 लाख परिवारों को हर महीने ₹500 में गैस सिलेंडर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जो 100% MSP पर किसानों की फसल खरीदने का फैसला कर चुका है, जो सरकार के किसान-हितैषी रुख को दर्शाता है। अपने संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करें, क्योंकि यही महात्मा फुले को सच्ची श्रद्धांजलि होगी और हरियाणा के उज्ज्वल भविष्य की नींव भी।
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