मेघदूत एग्रो, बिहार: बिहार में मौसम का मिज़ाज अचानक बदल गया है और Bihar Weather को लेकर चिंता का माहौल बन गया है। पिछले दो दिनों की लगातार बारिश ने भले ही तपती गर्मी से राहत दी हो, लेकिन वज्रपात की घटनाओं ने राज्य को दहला दिया है।
अब तक ठनका गिरने से 61 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और मौसम विभाग ने अगले *48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, उत्तर और उत्तर-पूर्वी बिहार के ज़िलों – किशनगंज, अररिया, सुपौल, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका है।
वहीं, गया, नवादा, औरंगाबाद, सासाराम, जमुई, बांका, बक्सर, मुंगेर, लखीसराय, पटना, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा जैसे मध्य और दक्षिण बिहार के ज़िलों में तेज गर्जना और वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है।
खासकर पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार में आज 11 अप्रैल को तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने साफ तौर पर कहा है कि इस दौरान लोग खुले स्थानों, पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें।
किसानों को विशेष रूप से सलाह दी गई है कि वे खेतों में काम करते समय मौसम की स्थिति पर नजर रखें और बिजली गिरने की स्थिति में तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाएं। यह मौसम जहां तापमान को संतुलित कर रहा है, वहीं एक चेतावनी भी बन गया है कि राहत कब आफत में बदल जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे में Bihar Weather से जुड़े अपडेट्स के लिए IMD Official Website या मेघदूत एग्रो के मौसम अनुभाग पर नजर बनाए रखें और सावधानी को ही सुरक्षा का मंत्र मानें।