पूर्व मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ राजपूत की चौंकाने वाली हत्या के आरोपियों मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला पर अब तक न सिर्फ मीडिया में बहस चल रही है, बल्कि मामला अब भोजपुरी म्यूज़िक इंडस्ट्री तक पहुंच चुका है। सोशल मीडिया से लेकर न्यूज पोर्टल्स तक जहां एक तरफ लोग न्याय की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यूट्यूब चैनल Born Music Bhojpuri द्वारा 6 अप्रैल 2025 को रिलीज़ किया गया ‘Drum Me Raja’ नामक गाना नए विवाद को जन्म दे गया है।
इसे गायक गोल्डी यादव ने गाया है और इसका वीडियो सॉन्ग अब तक 74,024 से ज्यादा व्यूज़ बटोर चुका है। इस गाने को लेकर लोगों का गुस्सा उबाल पर है। यूजर्स ने खुलेआम इस पर नाराजगी जताते हुए इसे मृत व्यक्ति का अपमान बताया और कहा कि हत्या जैसे गंभीर मामले पर ऐसा “पार्टी ट्यून गाना” बनाना न केवल अनैतिक है बल्कि संवेदनहीनता की हद है। एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा, “फ्रिज में रानी जी भी बनवा लो”, तो वहीं दूसरे ने सवाल उठाया कि अगर सौरभ उनके परिवार से होता तो क्या तब भी ये गाना बनता? यह गाना हास्य और तानों का जरिया बन गया है, जबकि असल मुद्दा एक युवा अफसर की बेरहमी से हत्या है।
‘Drum Me Raja’ टाइटल भले ही ट्रेंडिंग में हो, लेकिन इसके पीछे की भावनात्मक गहराई और संवेदनशीलता को लेकर समाज में चिंता गहराती जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर सेंसिटिव क्राइम केसों पर बने कंटेंट पर नैतिक और कानूनी नियंत्रण की जरूरत है, ताकि किसी भी पीड़ित परिवार की गरिमा को ठेस न पहुंचे।
यह मामला दर्शाता है कि डिजिटल युग में कंटेंट वायरल करने की दौड़ में जिम्मेदारी और संवेदना कैसे पीछे छूटती जा रही है। वहीं, कानूनी जानकारों का कहना है कि यदि पीड़ित परिवार चाहे तो इस गाने पर आपत्ति दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग कर सकता है। फिलहाल, ‘Drum Me Raja’ के बहाने सोशल मीडिया पर यह बहस गर्म है कि क्या मनोरंजन की आज़ादी इंसानियत से बड़ी हो सकती है?