मेघदूत एग्रो, सोनीपत : हरियाणा न्यूज़ से मिल रही एक दिल दहला देने वाली खबर में सोनीपत जिले के कुमासपुर और दीपालपुर गांवों में बुधवार दोपहर खेतों में अचानक लगी भीषण आग ने न सिर्फ किसानों की मेहनत को राख में बदल दिया, बल्कि पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। करीब तीन बजे के आसपास लगी आग ने किसानों की तैयार खड़ी गेहूं की फसल और फांस को कुछ ही मिनटों में अपनी चपेट में ले लिया।
Haryana News के मुताबिक, तेज हवाओं और गर्म मौसम के कारण आग इतनी तेजी से फैली कि गांव के लोग खुद ट्रैक्टरों और पानी के टैंकरों के साथ मौके पर पहुंच गए और अपने स्तर पर आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गए। 15 से ज्यादा ट्रैक्टरों की मदद से खेतों की जुताई कर आग की सीमा को रोका गया।
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की तीन गाड़ियां पहुंचीं और करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लपटों पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक कृषक कृष्ण कुमार की तीन एकड़ गेहूं की फसल पूरी तरह जल चुकी थी। इस घटना ने किसानों की आंखों में आंसू और दिलों में हताशा भर दी है।
ये भी पढ़ें: Haryana News: 30 अप्रैल तक गांवों में दिन की बिजली बंद, खेतों में आग से बचाव के लिए बड़ा फैसला!
मौके पर पहुंचे राजस्व विभाग और कृषि अधिकारियों ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है और पटवारी को मुआवजे की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश भी दिए गए हैं। कृष्ण कुमार ने भावुक होकर बताया कि “सर्दी-गर्मी में दिन-रात मेहनत की थी, अब फसल कटने के पहले ही सब कुछ खत्म हो गया।” प्रशासन ने फसल सुरक्षा को लेकर अन्य गांवों में भी अलर्ट जारी कर दिया है।
बिजली लाइनों के पास आग लगने की संभावनाओं को देखते हुए शॉर्ट सर्किट को आग लगने का संभावित कारण माना जा रहा है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि खेतों के पास सुरक्षा दीवारें, बिजली तारों की नियमित जांच और निगरानी व्यवस्था की जाए ताकि हर साल दोहराई जाने वाली इन त्रासदियों से मुक्ति मिले।
हरियाणा में हाल ही में बढ़ती खेतों में आगजनी की घटनाओं ने राज्य भर के किसानों को डरा कर रख दिया है। यह घटना ना केवल किसानों की आजीविका पर चोट है, बल्कि प्रशासन के लिए एक चेतावनी भी, कि अब स्थायी समाधान के बिना हालात नहीं सुधरेंगे।