मेघदूत एग्रो, हरियाणा: गुरुग्राम में वर्षों से प्रतीक्षित मेट्रो परियोजना आखिरकार धरातल पर उतरती नजर आ रही है और Gurugram Metro के पुराने हिस्से को लेकर बड़ी प्रगति सामने आई है। हाल ही में GMDA (गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण) और GMRL (गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड) के बीच हुई उच्च स्तरीय बैठक में बख्तावर चौक अंडरपास का अंतिम डिजाइन GMDA को सौंप दिया गया, जिसे अब उनकी कंसल्टेंट एजेंसी समीक्षा के लिए देखेगी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार 1 मई 2025 से मेट्रो निर्माण कार्य की शुरुआत होगी, जिससे शहर के शहरी ढांचे और सार्वजनिक परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद है। परियोजना को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा, जहां पहले चरण में मिलेनियम सिटी सेंटर से सेक्टर 9 तक की लाइन बिछाई जाएगी और इसके लिए ₹1286 करोड़ का टेंडर 22 अप्रैल 2025 को खोला जाएगा। इस मेट्रो रूट की कुल लंबाई 28.5 किलोमीटर प्रस्तावित है जिसमें 27 स्टेशन बनाए जाएंगे, और पूरी परियोजना पर कुल ₹5452 करोड़ का खर्च अनुमानित है।
इस परियोजना के तहत जिन प्रमुख स्टेशनों का निर्माण होगा उनमें मिलेनियम सिटी सेंटर, सेक्टर 45, साइबर पार्क, सेक्टर 47, सुभाष चौक, सेक्टर 33, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार फेज 6, सेक्टर 10, बसई गांव, सेक्टर 7, अशोक विहार, बजघेड़ा रोड, पालम विहार, साइबर सिटी, और सेक्टर 101 जैसे नाम शामिल हैं। बैठक में GMDA के मुख्य अभियंता अरुण धनखड़ और कार्यकारी अभियंता विकास मलिक भी शामिल रहे, जिन्होंने परियोजना को समयबद्ध पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई।
योजना में सुशील आइमा मार्ग और अन्य तकनीकी पहलुओं पर भी गहन चर्चा हुई, जो यह दर्शाता है कि सरकार और स्थानीय निकाय इस मेट्रो लाइन को आधुनिक, किफायती और टिकाऊ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह मेट्रो न सिर्फ ट्रैफिक जाम से निजात दिलाएगी बल्कि गुरुग्राम के लाखों यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और समय की बचत भी देगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस परियोजना के पूरा होने से गुरुग्राम की गिनती देश के सबसे व्यवस्थित मेट्रो शहरों में होगी।