हरियाणा के सरसों उत्पादक किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने किसानों की लंबे समय से चली आ रही मांग को मानते हुए एक दिन में सरसों बेचने की सीमा 25 क्विंटल से बढ़ाकर 40 क्विंटल कर दी है। यह फैसला मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर लिया गया है और कृषि विभाग के निदेशक ने इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं। इस न्यूज़ ने किसानों के बीच खुशी की लहर पैदा कर दी है, क्योंकि अब वे अपनी फसल ज्यादा मात्रा में बेचकर बेहतर मुनाफा कमा पाएंगे।
इस नए निर्णय के पीछे केंद्र सरकार की उस योजना का भी हाथ है जिसमें गरीब परिवारों को राशन डिपो के जरिए सस्ती दरों पर सरसों उपलब्ध कराई जाती है। केंद्र सरकार ने सरसों खरीद की सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया था, जिसके बाद हरियाणा सरकार ने भी अपने यहां के किसानों को यह राहत देने का फैसला किया। कृषि विभाग के निदेशक ने हैफेड, हरियाणा स्टेट वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन, नैफेड और एनसीसीएफ के अधिकारियों को पत्र लिखकर इस नई व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दे दिए हैं। साथ ही उन्होंने खरीद प्रक्रिया को और सरल बनाने के भी आदेश दिए हैं ताकि किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो।
इस फैसले का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए बार-बार मंडियों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पहले जहां वे एक दिन में केवल 25 क्विंटल सरसों ही बेच पाते थे, वहीं अब वे 40 क्विंटल तक एक ही दिन में बेच सकेंगे। इससे न सिर्फ उनका समय बचेगा बल्कि मंडियों में होने वाली भीड़ भी कम होगी। किसानों का कहना है कि यह फैसला उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने में मददगार साबित होगा और उनकी आय बढ़ाने में भी सहायक होगा। सरसों की खेती करने वाले किसानों को उम्मीद है कि इस निर्णय से उन्हें बेहतर दाम मिलने के साथ-साथ बाजार में उनकी मोलभाव करने की क्षमता भी बढ़ेगी।
हरियाणा सरकार के इस कदम को कृषि विशेषज्ञों ने भी सराहा है। उनका मानना है कि इस तरह के फैसले किसानों के हित में होते हैं और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि खरीद प्रक्रिया में कोई अनियमितता न हो और किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिले। अब देखना यह है कि यह नई व्यवस्था कितनी प्रभावी ढंग से लागू होती है और किसानों को कितना फायदा पहुंचाती है। एक बात तो तय है कि यह न्यूज़ राज्य के सरसों किसानों के लिए एक सुखद बदलाव लेकर आई है।
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