हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के अवसर पर महिलाओं के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज की प्रगति (Social Progress) में अहम भूमिका निभाती हैं और उनके सशक्तिकरण (Women Empowerment) के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इस दौरान उन्होंने महिला कर्मचारियों के लिए वार्षिक छुट्टियों (Annual Leaves) की संख्या बढ़ाने और बिना ब्याज के लोन (Interest-Free Loans) जैसे कई फैसले लिए।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य में नियमित महिला सरकारी कर्मचारियों को अब 20 की बजाय 25 वार्षिक छुट्टियां मिलेंगी। इसके अलावा, हरियाणा कौशल रोजगार निगम (Haryana Kaushal Rozgar Nigam) के तहत कार्यरत महिला कर्मचारियों को हर महीने एक अतिरिक्त छुट्टी दी जाएगी, जिससे उनकी कुल छुट्टियों की संख्या 22 दिन प्रति वर्ष हो जाएगी। साथ ही, महिलाओं को डेयरी इकाइयां (Dairy Units) स्थापित करने के लिए 1 लाख रुपये तक के बिना ब्याज के लोन प्रदान किए जाएंगे।
महिलाओं के लिए नई पहल (New Initiatives for Women):
सीएम सैनी ने राज्यभर में 44 नए आंगनवाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) का वर्चुअल उद्घाटन किया और चरखी दादरी में बाल भवन (Bal Bhawan) की आधारशिला रखी। इसके अलावा, उन्होंने तीन नए पोर्टल (Portals) भी लॉन्च किए, जिनमें घरेलू हिंसा शिकायत पंजीकरण और निगरानी पोर्टल (Domestic Violence Complaint Portal) शामिल है। यह पोर्टल घरेलू हिंसा के मामलों की रिपोर्टिंग और ट्रैकिंग को आसान बनाएगा।
महिलाओं के प्रति सम्मान (Respect for Women):
सीएम सैनी ने कहा कि महिलाओं के बिना समाज की प्रगति संभव नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ (Beti Bachao Beti Padhao) अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इससे हरियाणा का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 871 से बढ़कर 916 हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि 64,500 स्वयं सहायता समूहों (Self-Help Groups) का गठन और महिलाओं को 5 लाख रुपये तक के ऋण पर स्टाम्प ड्यूटी छूट (Stamp Duty Waiver) प्रदान करना।
महिलाओं की भागीदारी (Women’s Participation):
सीएम सैनी ने जोर देकर कहा कि 2047 तक विकसित भारत (Developed India) के लक्ष्य को हासिल करने में महिलाओं की भागीदारी अहम है। उन्होंने कहा कि महिलाएं न केवल अपने परिवारों को संभालती हैं, बल्कि समाज और देश की प्रगति में भी योगदान देती हैं। उन्होंने अपनी व्यक्तिगत जीवन से उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी सफलता में उनकी मां का बड़ा योगदान है।
हरियाणा सरकार की यह पहल महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इन योजनाओं से महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा।