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हरियाणा HF नस्ल की गाय ‘सोनी’ ने तोड़ा रिकॉर्ड, 24 घंटे में 87.74 किलो दूध देकर बनाया इतिहास

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मेघदूत एग्रो, करनाल : हरियाणा के करनाल जिले की HF (हॉल्स्टीन फ्रिसियन) नस्ल की गाय ‘सोनी’ ने एक नया इतिहास रच दिया है। सोनी ने 24 घंटे में 87 किलो 740 ग्राम दूध देकर एशिया में सबसे ज्यादा दूध देने वाली गाय का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह ऐतिहासिक उपलब्धि राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) करनाल में आयोजित डेयरी मेले में दर्ज हुई। इस मेले में दूसरे नंबर पर रहने वाली गाय ने 70 किलो 548 ग्राम दूध दिया, जो सुनील मेहला की ही दूसरी गाय थी। सुनील मेहला, जो झिंझाड़ी गांव के रहने वाले हैं, ने बताया कि यह उपलब्धि उनके लिए खास इसलिए भी है, क्योंकि उनकी डेयरी की गाय ने लगातार दूसरी बार अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा है। फरवरी 2024 में कुरुक्षेत्र DFA मेले में उनकी गाय ने 80 किलो 756 ग्राम दूध देकर रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अब सोनी ने पीछे छोड़ दिया।

सुनील मेहला की डेयरी ने 2017 से ही डेयरी प्रतियोगिताओं में अपनी धाक जमाई है। सुनील के मुताबिक, उनके दादा और पिता भी पशुपालन से जुड़े थे, और ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने नौकरी के बजाय पशुपालन को ही अपनाया। 2014 में उन्होंने खुद की ब्रीडिंग शुरू की और 2017 में पहली बार प्रतियोगिताओं में भाग लेने का फैसला किया। तब से अब तक उनकी गायें कुरुक्षेत्र DFA मेले में 6 बार भाग ले चुकी हैं, जिसमें 5 बार पहला स्थान और 1 बार दूसरा स्थान हासिल किया है। सोनी, जो अब 8 साल की हो चुकी है, ने अब तक 5 बार ब्यांत की है और प्रतियोगिताओं में 3 बार पहला, 1 बार दूसरा और 1 बार तीसरा स्थान हासिल किया है।

सुनील के भाई शैंकी ने बताया कि उनके डेयरी फार्म पर हर साल 30 से 35 बछड़े और बछड़ियां पैदा होती हैं, जिनमें से 10-15 गायों को बेचा जाता है। हालांकि, जो गायें रिकॉर्ड बनाती हैं, उन्हें बेचने का सवाल ही नहीं उठता। सोनी जैसी गायों की ब्रीडिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि भविष्य में दूध उत्पादन और भी बढ़े। सुनील के पास 100 से अधिक पशु हैं, जिनमें ज्यादातर HF नस्ल की गायें हैं। उनके डेयरी का दूध नेस्ले जैसी कंपनियों को 38 से 40 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जाता है।

सुनील ने अन्य पशुपालकों को सलाह दी कि यदि वे पशुपालन करना चाहते हैं तो इसकी पूरी जानकारी लें। सही देखभाल और सही ब्रीडिंग से ही सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि यदि किसी तरह की समस्या आती है तो घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सही मार्गदर्शन लेकर आगे बढ़ना चाहिए। सोनी और अन्य गायों के खान-पान पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जिसमें बेहतरीन चारा, खल और अन्य पोषक तत्व शामिल हैं। यही कारण है कि उनका स्वास्थ्य और दूध उत्पादन दोनों बेहतर रहता है।

इस उपलब्धि ने न केवल हरियाणा के डेयरी उद्योग को गौरवान्वित किया है, बल्कि यह देशभर के पशुपालकों के लिए एक प्रेरणा भी है। सोनी की सफलता ने साबित कर दिया है कि सही देखभाल और प्रबंधन के साथ डेयरी फार्मिंग में नए कीर्तिमान स्थापित किए जा सकते हैं।

हरियाणा HF नस्ल की गाय ‘सोनी’ ने तोड़ा रिकॉर्ड, 24 घंटे में 87.74 किलो दूध देकर बनाया इतिहास

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