Haryana Breaking News: हरियाणा के मेवात जिले में एक प्राइवेट स्कूल से जुड़े पेपर लीक मामले ने राज्य में तहलका मचा दिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सख्त कदम उठाते हुए 5 इन्विजिलेटर (4 सरकारी और 1 निजी) के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, सभी 4 सरकारी इन्विजिलेटर और 2 सेंटर सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया गया है। यह कदम शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
क्या हुआ था मामला?
मेवात के एक प्राइवेट स्कूल में बने परीक्षा केंद्र से बाहर परीक्षा पत्र निकलने की घटना सामने आई थी। इसके बाद शिक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में 25 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को दोषी ठहराया गया है, जिनमें 4 DSP, 3 SHO और 1 चौकी इंचार्ज शामिल हैं। इन सभी को निलंबित कर दिया गया है।
FIR और निलंबन
इस मामले में 4 बाहरी लोगों और 8 छात्रों के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने साफ कहा कि हरियाणा बोर्ड का पेपर लीक नहीं हुआ है, लेकिन मेवात के स्कूल से पेपर आउट करने के सभी सबूत मिल चुके हैं। उन्होंने सभी डीसी और एसपी को इस मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश भी जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले पर प्रभावी कार्रवाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। यह कदम राज्य में शिक्षा प्रणाली की अखंडता बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
क्या है आगे की कार्रवाई?
- सभी दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है।
- परीक्षा प्रक्रिया में सुधार के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
- शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा।