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Haryana News: भारत में पहली बार ड्रोन से कॉर्निया ट्रांसपोर्ट करके मरीज की जान बचाई गई, हरियाणा से भरी थी उड़ान

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Drone Cornea Transport: हरियाणा ने एक बार फिर चिकित्सा क्षेत्र में नई तकनीक का इस्तेमाल करके इतिहास रच दिया है। भारत में पहली बार ड्रोन की मदद से कॉर्निया (आंख का पारदर्शी हिस्सा) को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक पहुंचाया गया, जिससे एक मरीज का समय पर सफल ऑपरेशन हो सका। यह मिशन हरियाणा के सोनीपत से शुरू हुआ, जहां डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल से कॉर्नियल ऊतक लेकर ड्रोन झज्जर के राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (NIC) पहुंचा और फिर वहां से दिल्ली एम्स के लिए रवाना हुआ। पूरी यात्रा में सिर्फ 40 मिनट का समय लगा, जबकि सड़क मार्ग से यह सफर करीब 2-2.5 घंटे का होता। इस तरह ड्रोन टेक्नोलॉजी ने न सिर्फ समय बचाया बल्कि एक मरीज की आंखों की रोशनी बचाने में भी अहम भूमिका निभाई।

इस अनोखे प्रयोग के पीछे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR), दिल्ली एम्स और डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल की टीम का सहयोग रहा। ICMR ने मनुष्य के कॉर्निया और एमनियोटिक झिल्ली ग्राफ्ट पर रिसर्च करने के लिए इस पायलट प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाई। ड्रोन ट्रांसपोर्ट ने यह साबित कर दिया कि भविष्य में मेडिकल इमरजेंसी में ऑर्गन ट्रांसपोर्ट के लिए यह तकनीक क्रांतिकारी साबित हो सकती है। खासकर ट्रैफिक और दूरी की वजह से जहां समय पर मेडिकल सप्लाई पहुंचाना मुश्किल होता है, वहां ड्रोन एक बेहतर विकल्प बन सकता है।

हरियाणा सरकार ने इस सफल प्रयोग पर खुशी जताते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य सेवाओं में नवाचार की दिशा में एक बड़ा कदम है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट करके इस उपलब्धि को पूरे देश के लिए एक मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हरियाणा में और भी मेडिकल ड्रोन डिलीवरी सिस्टम को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि गंभीर मरीजों को तुरंत मदद मिल सके।

यह प्रयोग न सिर्फ हरियाणा बल्कि पूरे भारत के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। देश में अभी भी कई राज्यों में ऑर्गन ट्रांसपोर्ट में देरी की वजह से मरीजों को जान गंवानी पड़ती है। अगर ड्रोन टेक्नोलॉजी को व्यापक स्तर पर अपनाया जाए, तो यह समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। ICMR और एम्स की टीम अब इस दिशा में और रिसर्च कर रही है, ताकि भविष्य में हृदय, लीवर और किडनी जैसे अंगों को भी सुरक्षित तरीके से ड्रोन के जरिए ट्रांसपोर्ट किया जा सके।

इस खबर ने सोशल मीडिया पर भी खूब सराहना बटोरी है। लोगों ने हरियाणा सरकार और वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए इसे “मेडिकल इनोवेशन का नया युग” बताया है। कई डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी इस तकनीक को भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गेम-चेंजर माना है। अब देखना यह है कि आने वाले समय में केंद्र और राज्य सरकारें इस तरह के प्रोजेक्ट्स को कितनी तेजी से लागू करती हैं।

Haryana News: भारत में पहली बार ड्रोन से कॉर्निया ट्रांसपोर्ट करके मरीज की जान बचाई गई, हरियाणा से भरी थी उड़ान

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