1. News
  2. आज का मौसम
  3. उत्तर प्रदेश का मौसम
  4. IMD Big Update: अप्रैल से जून तक भीषण गर्मी का अलर्ट, 10 राज्यों में लू का खतरा!

IMD Big Update: अप्रैल से जून तक भीषण गर्मी का अलर्ट, 10 राज्यों में लू का खतरा!

IMD ने जारी किया बड़ा अलर्ट! अप्रैल से जून 2025 तक भारत के 15 राज्यों में सामान्य से अधिक गर्मी और लू का खतरा। जानें पूरी डिटेल्स।

featured

IMD Big Update: अगर आपको लग रहा था कि इस साल गर्मी कम पड़ेगी, तो भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताज़ा चेतावनी आपको हैरान कर देगी। IMD Big Update के मुताबिक, अप्रैल से जून 2025 तक देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ेगी, और कई राज्यों में लू के दिन भी बढ़ने वाले हैं। खासकर उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वी भारत के मैदानी इलाकों में तापमान खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है। चलिए, विस्तार से जानते हैं कि IMD ने क्या भविष्यवाणी की है और किन राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

IMD की बड़ी चेतावनी: कहाँ-कहाँ पड़ेगी भीषण गर्मी?

IMD के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस साल अप्रैल से जून तक देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है। खास बात यह है कि उत्तर-पश्चिमी भारत, मध्य भारत और पूर्वी भारत में लू के दिनों की संख्या भी बढ़ेगी। आमतौर पर भारत में इस मौसम में 4-7 दिन लू चलती है, लेकिन इस बार यह संख्या दोगुनी (8-10 दिन) तक हो सकती है।

ये 15 राज्य रहेंगे सबसे ज्यादा प्रभावित

IMD ने जिन राज्यों में अत्यधिक गर्मी और लू की चेतावनी जारी की है, उनमें शामिल हैं:

  • राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब (उत्तर-पश्चिमी भारत)
  • मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड (मध्य और पूर्वी भारत)
  • पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश (दक्षिणी भारत)
  • कर्नाटक और तमिलनाडु के उत्तरी हिस्से

क्या दक्षिण भारत में भी पड़ेगी भीषण गर्मी?

IMD के मुताबिक, दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर ज्यादातर इलाकों में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। हालांकि, केरल और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में मानसून की वजह से कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के उत्तरी हिस्सों में गर्मी का प्रकोप ज्यादा रहने वाला है।

बिजली की मांग में 10% तक बढ़ोतरी का अनुमान

इस भीषण गर्मी का असर बिजली की खपत पर भी पड़ेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल बिजली की मांग 9-10% तक बढ़ सकती है, क्योंकि पंखे, कूलर और एयर कंडीशनर चलाने की जरूरत बढ़ेगी। पिछले साल 30 मई को बिजली की मांग 250 गीगावॉट (GW) को पार कर गई थी, जो अनुमान से 6.3% ज्यादा थी। इस बार यह आंकड़ा और भी ऊपर जा सकता है।

गुजरात में बेमौसम बारिश का अलर्ट!

जहां ज्यादातर राज्यों में गर्मी का प्रकोप बढ़ने वाला है, वहीं गुजरात में अगले 4 दिनों तक बेमौसम बारिश की संभावना है। IMD के मुताबिक, मराठवाड़ा से लेकर छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु तक एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है, जिसकी वजह से गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हालांकि, बारिश के बावजूद तापमान 40°C के आसपास बना रहेगा।

क्या जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ रही है लू?

IMD के विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से भारत में लू के दिनों की संख्या बढ़ रही है। पहले जहां साल में 4-5 दिन ही लू चलती थी, अब यह 8-10 दिन तक पहुंच गई है। इसका सीधा असर किसानों, मजदूरों और बाहर काम करने वाले लोगों पर पड़ता है। इसलिए IMD ने सलाह दी है कि दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धूप में निकलने से बचें और पानी खूब पिएं।

IMD Big Update: अप्रैल से जून तक भीषण गर्मी का अलर्ट, 10 राज्यों में लू का खतरा!

Comments are closed