kal ka mausam 30 march 2025: अगर आप जानना चाहते हैं कि कल यानी 30 मार्च 2025 को मौसम कैसा रहेगा, तो यह अपडेट आपके लिए बेहद जरूरी है! मार्च का महीना खत्म होने वाला है और दक्षिण भारत में प्री-मानसून सीजन पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। इस बीच, उत्तर भारत और गंगा के मैदानी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ का असर अभी भी बना हुआ है, जिससे यहां गर्मी से थोड़ी राहत मिल रही है। लेकिन दक्षिण के राज्यों में अब बारिश और तूफान की गतिविधियां तेज होने वाली हैं, जिससे किसानों और आम लोगों को कुछ राहत मिल सकती है।
मार्च में कहां पड़ी सबसे ज्यादा गर्मी?
इस साल मार्च में सबसे ज्यादा गर्मी गुजरात, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में देखने को मिली। राजकोट (गुजरात) और बौध (ओडिशा) में तापमान 43.5°C तक पहुंच गया, जो इस महीने का सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया गया तापमान था। वहीं, तेलंगाना के निजामाबाद, आंध्र प्रदेश के कुरनूल और अनंतपुर, महाराष्ट्र के अकोला, चंद्रपुर और नागपुर जैसे शहरों में भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया, जहां तापमान 41-42°C के आसपास रहा। अब सवाल यह है कि क्या अप्रैल में इस गर्मी से राहत मिलेगी?
अप्रैल में बढ़ सकता है बारिश और तूफान का दौर
मार्च के अंत में दक्षिण भारत में प्री-मानसून गतिविधियां तेज हो रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में निचले स्तर पर चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) बनने की संभावना है। इसके अलावा, उत्तर-दक्षिण प्रायद्वीपीय ट्रफ भी सक्रिय होने वाली है, जो पूरे दक्षिण भारत में बारिश और तूफान लाने में अहम भूमिका निभाएगी। यह सिस्टम 31 मार्च से 6 अप्रैल तक सक्रिय रह सकता है, जिसमें 3 और 4 अप्रैल को सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिलेगा।
30 मार्च को कहां होगी बारिश?
30 मार्च को दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है। केरल, तटीय कर्नाटक, गोवा और दक्षिण कोंकण में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हल्की ठंडक बनी रहेगी, लेकिन गर्मी फिर से बढ़ने की आशंका है।
किसानों के लिए क्या है मौसम का संदेश?
अगर आप किसान हैं, तो इस बारिश का फायदा उठा सकते हैं। दक्षिण भारत में प्री-मानसून बारिश रबी फसलों के लिए फायदेमंद हो सकती है। हालांकि, अधिक बारिश होने पर फसलों को नुकसान से बचाने के लिए तैयार रहें। उत्तर भारत में अभी तापमान सामान्य है, लेकिन अप्रैल में गर्मी बढ़ने की संभावना है, इसलिए सिंचाई की व्यवस्था पहले से ही कर लें।
तो यह था 30 मार्च 2025 के मौसम का पूरा अपडेट! अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो इसे शेयर जरूर करें और कमेंट में बताएं कि आपके इलाके में मौसम कैसा चल रहा है। मौसम से जुड़ी ताजा खबरों के लिए Meghdoot Agro को फॉलो करते रहें!
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