Hindi News / ताजा खबरें / LPG Price Hike: सिलेंडर के दाम में फिर बढ़ोतरी, जानिए आपके शहर में अब कितनी चुकानी होगी कीमत!

LPG Price Hike: सिलेंडर के दाम में फिर बढ़ोतरी, जानिए आपके शहर में अब कितनी चुकानी होगी कीमत!

मेघदूत एग्रो, भारत: आम आदमी की रसोई पर एक बार फिर महंगाई की मार पड़ी है, क्योंकि केंद्र सरकार ने LPG Price Hike की घोषणा करते हुए घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में ₹50 की बढ़ोतरी कर दी है।

अब राजधानी दिल्ली में 14.2 किलो वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत ₹803 से बढ़कर ₹853 हो गई है। यह जानकारी केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी, जिन्होंने कहा कि यह फैसला वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और एलपीजी की आपूर्ति लागत को देखते हुए लिया गया है।

हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत में अभी भी एलपीजी की कीमतें कई अन्य देशों के मुकाबले काफी कम हैं। लेकिन इसका असर सीधे-सीधे आम गृहिणियों और मध्यमवर्गीय परिवारों पर पड़ा है, जो पहले ही महंगाई से जूझ रहे हैं।

Earth Day 2025: क्या आपने भेजा शुभकामना संदेश? देखें Happy Earth Day 2025 Wishes in Hindi, कोट्स

खास बात यह है कि महज एक महीने पहले, 8 मार्च 2024 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सरकार ने घरेलू सिलेंडर के दामों में ₹100 की कटौती कर लोगों को राहत दी थी, जब कीमत ₹903 से घटकर ₹803 हुई थी।

लेकिन अब फिर से यह LPG Price Hike आम जनता के बजट पर बोझ डाल रहा है। अगर बात करें देश के बड़े शहरों की तो दिल्ली में ₹853, कोलकाता में ₹880, मुंबई में ₹857 और चेन्नई में ₹868 प्रति सिलेंडर नई कीमत तय की गई है।

वहीं कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में मामूली राहत दी गई है—दिल्ली में अब 19 किलो का सिलेंडर ₹1804 में मिलेगा, जो पहले ₹1818.50 था।

School Timing Change: 7 बजे से खुलेंगे स्कूल, 12:30 बजे तक चलेगी क्लास, गर्मी से बचाव के लिए बड़ा फैसला

कोलकाता में यह ₹1927 से घटकर ₹1911, मुंबई में ₹1771 से घटकर ₹1756 और चेन्नई में ₹1980.50 से घटकर ₹1966 हो गया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देशभर में खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, और त्योहारों का मौसम भी नज़दीक है।

अब यह देखना अहम होगा कि केंद्र सरकार आम उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए आगे क्या कदम उठाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि एलपीजी कीमतों में इस तरह की बार-बार होने वाली बढ़ोतरी ग्रामीण भारत और शहरी निम्न आय वर्ग पर सबसे गहरा प्रभाव डालती है, जहां घरेलू बजट पहले से ही बेहद सीमित होता है।

ऐसे में सरकार को वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों, सीधे सब्सिडी ट्रांसफर और कीमत स्थिरीकरण फंड जैसे विकल्पों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

क्या आपने आसमान की मुस्कान देखी? 25 अप्रैल को ‘वीनस-सैटर्न-मून’ मिलकर बनाएंगे स्माइली फेस, सिर्फ सुबह 5:30 बजे

लेटेस्ट न्यूज़ »

पोस्ट टैग्स »