मेघदूत एग्रो, भारत: देश के मौसम ने एक बार फिर करवट ली है और भारतीय मौसम विभाग (IMD latest weather update) के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर-पश्चिम भारत में फिर से तेज आंधी, बिजली कड़कने के साथ बारिश और ओलावृष्टि के आसार हैं, जिससे फसलों को नुकसान की संभावना गहराती जा रही है।
खासकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के किसानों की चिंता तब और बढ़ गई जब खराब मौसम के चलते यूपी में 22 लोगों की जान चली गई, जिनमें महिलाएं और किसान शामिल हैं। इस समय खेतों में गेहूं की कटाई जोरों पर है, और ऐसे में बिछी फसलें सीधे आर्थिक संकट का संकेत दे रही हैं।
आईएमडी ने अपने अलर्ट में कहा है कि आज जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड में और अगले पांच दिनों तक पूर्वोत्तर राज्यों में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश जारी रहेगी। वहीं, देशभर में गर्मी और लू का असर फिलहाल कम होगा लेकिन 14 अप्रैल से पश्चिमी राजस्थान और 16 अप्रैल को पूर्वी राजस्थान, हरियाणा व पंजाब में हीट वेव का नया दौर शुरू हो सकता है।
IMD के अनुसार, अगले तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के तापमान में 3-5 डिग्री की गिरावट आने के आसार हैं, जिसके बाद धीरे-धीरे तापमान में बढ़ोतरी होगी और यह 40 डिग्री से पार पहुंच सकता है।
इस बीच मध्य भारत में भी तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट देखी जा सकती है। इस अस्थिर मौसम का सबसे बड़ा प्रभाव किसानों पर पड़ रहा है क्योंकि फसलों को सीधे नुकसान हो रहा है, वहीं आम लोगों को भी आने वाले दिनों में मौसम की दोहरी मार—पहले बारिश और फिर तेज गर्मी—का सामना करना पड़ सकता है।
IMD का यह लेटेस्ट वेदर अपडेट सरकार और नागरिकों दोनों के लिए सतर्कता का संदेश है, जो जलवायु परिवर्तन की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करता है। ऐसे में किसानों के लिए तत्काल सरकारी मदद और फसल बीमा क्लेम की प्रक्रिया को तेज करना बेहद जरूरी हो गया है।
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