किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार की नई पहल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के किसान रबी फसलों की तैयारी में जुट गए हैं। इस बार राज्य सरकार ने खेती को सस्ता और लाभकारी बनाने के लिए किसानों को गेहूं, चना, जौ और सरसों जैसे रबी फसलों के उच्च गुणवत्ता वाले बीज 50% सब्सिडी पर उपलब्ध कराने की घोषणा की है।
क्या है बीज सब्सिडी योजना?
प्रदेश सरकार की यह पहल किसान कल्याण मिशन के तहत शुरू की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की खेती लागत को कम करना और अधिक उत्पादन प्राप्त करने में सहायता देना है। योजना के तहत किसानों को बाजार मूल्य की तुलना में आधे दाम पर बीज मिल रहे हैं।
फसल का नाम | बीज का वजन | बाजार मूल्य (₹) | सब्सिडी के बाद कीमत (₹) |
---|---|---|---|
गेहूं (उच्च गुणवत्ता) | 60 किलो | 3000 | 1500 |
गेहूं (Wheat HD-3226) | 40 किलो | 4000 | 2000 |
जौ | 50 किलो | 2500 | 1250 |
चना | 30 किलो | 2400 | 1200 |
सरसों | 10 किलो | 2000 | 1000 |
योजना का लाभ उठाने के लिए पात्रता
- योजना का लाभ छोटे और मध्यम किसानों को प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा।
- किसान को कृषि विभाग के किसान पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा।
- पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, भूमि रिकॉर्ड, और बैंक खाता विवरण आवश्यक होंगे।
सरकार का उद्देश्य
सरकार चाहती है कि किसान उच्च गुणवत्ता वाले बीज खरीदकर अपनी खेती को अधिक लाभकारी बना सकें। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, “यह पहल छोटे और आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी। हम चाहते हैं कि प्रदेश का हर किसान नई तकनीकों और आधुनिक बीजों का उपयोग करके अधिक उपज प्राप्त कर सके।”
किसानों का फीडबैक
राम किशोर, एक किसान ने बताया, “हम जैसे छोटे किसानों के लिए यह योजना वरदान साबित हो रही है। आधी कीमत में अच्छी गुणवत्ता वाले बीज मिलना आसान नहीं था। अब हमें उम्मीद है कि इस बार की फसल बेहतर होगी।”
कैसे करें आवेदन?
- ऑनलाइन आवेदन:
किसान कृषि विभाग के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर सब्सिडी वाले बीज के लिए आवेदन कर सकते हैं। - ऑफलाइन आवेदन:
जिला कृषि कार्यालय में जाकर भी पंजीकरण कराया जा सकता है।
आवेदन के बाद किसानों को उनकी मांग के अनुसार बीज उपलब्ध कराए जाएंगे।
बीज सब्सिडी योजना क्यों है महत्वपूर्ण?
- लागत में कमी: सब्सिडी से खेती की लागत कम होगी।
- उच्च उत्पादन: उच्च गुणवत्ता वाले बीजों से फसल का उत्पादन बढ़ेगा।
- कृषि में नवाचार: नई किस्मों के बीजों से किसानों को आधुनिक तकनीकों के लाभ मिलेंगे।
- गरीब किसानों को राहत: यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए बेहद लाभकारी है।
अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा
उत्तर प्रदेश की यह पहल अन्य राज्यों के लिए भी उदाहरण बन सकती है। किसानों के सशक्तिकरण और खेती की उन्नति के लिए ऐसी योजनाएं जरूरी हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह बीज सब्सिडी योजना न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि राज्य की कृषि उत्पादन क्षमता को भी बढ़ाएगी। किसानों को चाहिए कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपनी फसल को लाभकारी बनाएं।
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