उत्तर प्रदेश (UP) में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। बीते कुछ दिनों से तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही थी, जिससे दिन में हल्की गर्मी का अहसास हो रहा था, जबकि सुबह और शाम के वक्त ठंडक महसूस की जा रही थी। लेकिन अब मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार से मौसम में बड़ा बदलाव आने की संभावना जताई है। राज्य के कई जिलों में बारिश (Rain), आंधी (Storm) और वज्रपात (Thunderstorm) का अलर्ट जारी किया गया है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर, कई जिलों में बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव से उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मौसम बिगड़ सकता है। लखनऊ (Lucknow), कानपुर (Kanpur), प्रयागराज (Prayagraj), वाराणसी (Varanasi), गोरखपुर (Gorakhpur) सहित कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, कुछ इलाकों में ओलावृष्टि (Hailstorm) भी हो सकती है।
बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 29.7°C दर्ज किया गया, जो कि लगभग 30 डिग्री के करीब रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान 12.2°C रहा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आगामी दिनों में न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
कब और कहां होगी बारिश? IMD की चेतावनी
आईएमडी (IMD) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार और शुक्रवार को राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में तेज़ हवा के साथ बारिश होने की प्रबल संभावना है। विशेष रूप से निम्नलिखित जिलों में वज्रपात और बारिश का खतरा ज्यादा रहेगा:
जिला | संभावित मौसम स्थिति |
---|---|
लखनऊ | हल्की बारिश, बादल छाए रहेंगे |
कानपुर | गरज-चमक के साथ बारिश |
प्रयागराज | बिजली गिरने का खतरा, तेज़ हवाएं |
वाराणसी | बादल छाए रहेंगे, हल्की फुहारें |
गोरखपुर | मध्यम से तेज़ बारिश |
मेरठ | तेज़ हवा और बूंदाबांदी |
विभाग ने चेतावनी दी है कि लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। खुले क्षेत्रों में जाने से बचें, पेड़ों और बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों और वज्रपात से बचाव के उपाय अपनाएं।
उत्तर भारत में भी दिखेगा असर, दिल्ली-एनसीआर में बदलेगा मौसम
मौसम परिवर्तन का प्रभाव सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के चलते दिल्ली (Delhi), राजस्थान (Rajasthan), हरियाणा (Haryana), पंजाब (Punjab) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कुछ हिस्सों में भी बारिश होने के संकेत मिले हैं। राजधानी दिल्ली में अगले 24 घंटों में हल्की बारिश और तेज़ हवाओं का अनुमान लगाया गया है।
क्या होगा किसानों पर असर?
किसानों (Farmers) के लिए यह मौसम बदलाव फसलों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डाल सकता है। जिन इलाकों में हल्की बारिश होगी, वहां गेहूं (Wheat) और सरसों (Mustard) की फसलों को फायदा होगा। लेकिन तेज़ आंधी और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान भी हो सकता है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सुझाव दिया है कि वे अपनी फसल को सुरक्षित रखने के लिए पहले से तैयारी करें।
IMD की एडवाइज़री – क्या करें, क्या न करें?
मौसम विभाग ने लोगों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
✅ सतर्क रहें – बारिश और वज्रपात के दौरान घर से बाहर न निकलें।
✅ बिजली से बचाव – मोबाइल चार्जिंग, टीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अनावश्यक रूप से प्लग में न लगाएं।
✅ किसान सतर्क रहें – तेज़ हवा और बारिश के कारण फसलों को बचाने के लिए जरूरी उपाय करें।
✅ सुरक्षित स्थान पर रहें – पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें, खुले मैदान में जाने से परहेज करें।