हरियाणा के किसानों के लिए बुधवार की शाम किसी बुरे सपने से कम नहीं थी। अचानक मौसम में बदलाव के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि ने जिले के बाढ़ड़ा, झोझू कलां और बौंद कलां क्षेत्र के कई गांवों में सरसों, गेहूं और सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। कहीं-कहीं तो गेहूं और सरसों की फसल जमीन पर बिछ गई है, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है।
बुधवार को शाम के समय अचानक मौसम ने करवट ली और बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। बाढ़ड़ा और झोझू कलां क्षेत्र में ओलों की मार सबसे ज्यादा देखने को मिली। यहां सरसों, गेहूं और सब्जियों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। मौजूदा समय में सरसों और गेहूं की फसल तैयार हो चुकी थी और पकने के करीब थी, लेकिन ओलों की मार ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
जिले में सबसे अधिक सरसों की खेती होती है, और ओलावृष्टि से इस फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। किसानों ने बताया कि बारिश के साथ ओले पड़ने के कारण उनकी गेहूं और सरसों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। गांव कांहड़ा, गुडाना, हंसावास और भांडवा जैसे क्षेत्रों में ओले गिरने की सूचना मिली है, जहां किसानों ने फसलों के बर्बाद होने की पुष्टि की है।
कृषि अधिकारी डॉ. चंद्रभान श्योराण ने बताया कि बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं, सरसों और सब्जियों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर नुकसान का आंकलन करेंगी और किसानों को आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
इस घटना से किसान काफी चिंतित हैं। उन्होंने बताया कि इस समय फसलें पकने के करीब थीं और उन्हें उम्मीद थी कि इस साल अच्छी पैदावार होगी। लेकिन ओलावृष्टि ने उनकी सारी मेहनत बर्बाद कर दी। किसानों ने सरकार से तत्काल सहायता की मांग की है ताकि वे इस नुकसान की भरपाई कर सकें।
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